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Thursday, June 5, 2014

बंजारा दिल

बंजारा हैं, ये दिल तेरा
बेगाना सा, ये बंजारा हैं
नजारा हैं, ऐसा इस  दिल का
अनजाना सा, ये नजारा हैं

यूं तो हँस लेता हैं तेरे सामने..
फिर भी छुप के ये क्यू, रो लेता हैं...
खुद से ही होके कहीं ये गुमशुदा
अपना पता फिर सबको बता देता हैं

बंजारा हैं, ये दिल तेरा
बेगाना सा, ये बंजारा हैं
नजारा हैं, ऐसा इस  दिल का
अनजाना सा, ये नजारा हैं

जाने किस की खबर, ये रखता हैं..
खुद का तो इसे, कोई इल्म नहीं..
किसके khawaon मैं यूं, खोया हैं फिरा
अपने सपनो की इसको फ़िकर नही

 बंजारा हैं, ये दिल तेरा
बेगाना सा, ये बंजारा हैं
नजारा हैं, इस  दिल का
अनजाना सा, ये नजारा हैं

आ जरा रोक ले तू अब इसे..
बेफ़िकर ये फिर से कहीं उड़ चला
ना जाने किस की धुन मैं यूं खोया..
सब मिला हैं फिर भी हैं ये जुदा.

बंजारा हैं, ये दिल तेरा
बेगाना सा, ये बंजारा हैं
नजारा हैं,  इस  दिल का
अनजाना सा, ये नजारा हैं

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