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Monday, May 4, 2015

चुनिन्दा..

चुनिन्दा साँसे हैं सबके हिस्से मैं..
या तो दम भर लो या धुंआ...
चुनिन्दा मोती हैं सबके हिस्से मैं..
या तो सागर भर लो या खजाना..

चुनिन्दा रास्तें हैं दुनिया मैं..
या तो साथ चल लो या तन्हा..
चुनिन्दा लफ्व्ज़ हैं होठो पे..
या तो इज़हार कर लो या दो गालियाँ..

चुनिन्दा हाथ हैं सबके हिस्से मैं..
या तो कतल कर लो या दुआं..
चुनिन्दा मिटटी हैं सबके हिस्से मैं..
या तो मौत उगा लो या खुशियाँ..

चुनिन्दा पल हैं सबके हिस्से मैं
या तो सपने सजा लो या कर दो फ़ना
चुनिन्दा हसरते हैं सबके हिस्से मैं..
या तो चैन ले लो या लो माया..

चुनिन्दा लाल रंग हैं सबके हिस्से मैं..
या तो इश्क से कमाओ या करो खून खराबा..
चुनिन्दा रिश्ते हैं सबके हिस्से मैं..
या तो दिल से निभाओ या करो बस दिखावा..


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